हरिद्वार। ब्राह्मण जागृति संस्था भेल हरिद्वार के पदाधिकारियों द्वारा भगवान परशुराम घाट पर भारत रत्न पं. पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती के पावन अवसर पर एक भव्य हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम श्रद्धा, सम्मान और राष्ट्रसेवा की भावना से ओत-प्रोत रहा। संस्था के सदस्यों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन में आहुति देकर महामना मालवीय जी के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक विधि-विधान से की गई, जिसमें विद्वान आचार्यों द्वारा शुद्ध उच्चारण के साथ मंत्रों का पाठ हुआ। हवन-यज्ञ के माध्यम से वातावरण को पवित्र और सकारात्मक बनाया गया। उपस्थित पदाधिकारियों ने कहा कि पं. मदन मोहन मालवीय केवल एक महान शिक्षाविद ही नहीं थे, बल्कि वे सच्चे अर्थों में राष्ट्रनिर्माता, समाज सुधारक और भारतीय संस्कृति के सशक्त संवाहक थे। उन्होंने शिक्षा को समाज के उत्थान का सबसे बड़ा माध्यम माना और इसी सोच के साथ काशी हिंदू विश्वविद्यालय जैसी महान संस्था की स्थापना की।
संस्था के उपाध्यक्ष अरूणकान्त शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि महामना मालवीय जी का जीवन सत्य, अहिंसा, राष्ट्रभक्ति और सेवा का अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन देश, समाज और संस्कृति के लिए समर्पित कर दिया। उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने उस समय थे। ब्राह्मण जागृति संस्था का उद्देश्य भी समाज में नैतिक मूल्यों, शिक्षा और संस्कारों को पुनः जागृत करना है, जो मालवीय जी के विचारों से पूर्णतः मेल खाता है।
कार्यक्रम में संस्था के महामंत्री, कोषाध्यक्ष सहित अनेक पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि वे महामना मालवीय जी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए समाज सेवा, शिक्षा के प्रचार-प्रसार और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा के लिए निरंतर कार्य करेंगे। वक्ताओं ने युवाओं से आह्वान किया कि वे महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लें और राष्ट्र निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं।
हवन-यज्ञ के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया और सभी ने आपसी भाईचारे एवं सद्भाव की भावना के साथ कार्यक्रम का समापन किया। उपस्थित जनसमूह ने “भारत माता की जय” और “महामना मालवीय अमर रहें” जैसे नारों के साथ वातावरण को राष्ट्रभक्ति से भर दिया।
यह आयोजन न केवल पं. मदन मोहन मालवीय जी की स्मृति को नमन करने का अवसर था, बल्कि उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का भी एक सार्थक प्रयास रहा। ब्राह्मण जागृति संस्था, हरिद्वार का यह कार्यक्रम समाज में सकारात्मक ऊर्जा, सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रप्रेम को सुदृढ़ करने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम सिद्ध हुआ। इस अवसर पर बालकृष्ण शास्त्री, सुशील त्रिपाठी, मुकेश शर्मा, इंद्रपाल शर्मा, हरिनारायण त्रिपाठी, अंकित शर्मा, सुजीत शुक्ला, संदीप शुक्ला, मनोज शुक्ला, अरुण शुक्ला, राजीव शर्मा, देवेंद्र शर्मा, रंजीत कौशिक, शिलानंद ओझा, प्रमोद तिवारी, सुशील, रूद्र भारद्वाज, विनोद कुमार सहित संस्था के सदस्य शामिल रहे।
